सिवनी

प्रदेश में शुरू हुईं नई 4 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर यूनिट, इसी सप्ताह 4 और प्रारंभ होंगी

भोपाल 14 अप्रैल 2021। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण और रोगियों के समुचित उपचार के लिए आवश्यकता के अनुरूप ऑक्सीजन, इंजेक्शन और बेड आदि की व्यवस्था की जा रही है। मध्यप्रदेश में अन्य राज्यों से ऑक्सीजन की अपूर्ति के लिए केंद्रीय रेल मंत्री से भी चर्चा हुई है, जिसके फलस्वरूप राउरकेला और भिलाई से रेल द्वारा जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन बुलवाई जा सके। हिमाचल और महाराष्ट्र से ऑक्सीजन आपूर्ति प्राप्त करने के प्रयास किये जा रहे हैं। वर्तमान में गुजरात से रोजाना 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बिना बाधा के प्राप्त हो रही है। जरूरी हुआ तो प्रदेश में विभिन्न स्थानों तक इंजेक्शन पहुँचाने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रालय में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान और अन्य सभी संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बेहतर प्रबंधों के संबंध में विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संक्रमण से नागरिकों को बचाना हम सभी का पहला दायित्व है। व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं होना चाहिए। हमारे प्रयत्नों से व्यवस्थाएँ बेहतर हों और आमजन का मनोबल भी बढ़े। आपदा की यह स्थिति जल्द समाप्त हो। राज्य सरकार ने चुनौतियों और कठिनाईयों का सामना करते हुए संक्रमण की चैन तोड़ने के लगातार प्रयास किए हैं। यह प्रयास जारी रहेंगे। प्रदेश में बिस्तर संख्या बढ़कर 36 हजार हो गई है। जिलों में कोविड केयर सेंटर्स भी प्रारंभ हो गए हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके पूर्व स्मार्ट उद्यान में वृक्षारोपण के पश्चात मीडिया प्रतिनिधियों को बताया कि प्रदेश में अभी 280 मेट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध है। यह भी प्रयास किया जा रहा है कि अनावश्यक ऑक्सीजन का उपयोग न हो। प्रदेश को प्रतिदिन 500 मीट्रिक टन तक ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का प्रयास है। प्रदेश में नई 8 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर यूनिट भी लग रही हैं। उज्जैन, शिवपुरी, सिवनी और खंडवा में यह शुरू हो गई हैं। शेष चार जिले मंदसौर, रतलाम, मुरैना और जबलपुर में लग रही हैं। हवा से ऑक्सीजन को पृथक कर मरीजों के लिए उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही एक अन्य कंसंट्रेटर उपकरण रोगियों के चेहरे पर लगाकर उपयोग में लाया जा रहा है। प्रदेश में अभी 180 कंसंट्रेटर हैं। इसके अलावा 750 कंसंट्रेटर अतिरिक्त मिल रहे हैं। कुल 2 हजार कंसंट्रेटर का अनुरोध किया गया है, जिसकी आपूर्ति हो रही है। 

रेमडेसिविर इंजेक्शन की व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी नहीं है। प्रदेश को अभी 31 हजार इंजेक्शन प्राप्त हो चुके हैं, गुरूवार को 12 हजार अतिरिक्त इंजेक्शन और मिलेंगे। आवश्यकता हुई तो हवाई सेवाओं का उपयोग भी इन्हें बुलवाने के लिए किया जा सकता है। कुल 50 हजार इंजेक्शन की सप्लाई का आर्डर दिया जा चुका है। प्रदेश में एक लाख तक इंजेक्शन की आपूर्ति का लक्ष्य है, ताकि अधिक से अधिक आवश्यकता पड़ जाने पर रोगियों के लिए व्यवस्था बनी रहे।

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