भोपाल 27 अप्रैल 2021(लोकवाणी)। आक्सीजन रूकने से मुरैना में 3, कटनी में 2 मरीज़ों की मौत, मानव अधिकार आयोग ने स्वास्थ्य सचिव, कलेक्टर तथा सीएमएचओ मुरैना से मांगा प्रतिवेदन
मुरैना के जिला अस्पताल में आॅक्सीजन की किल्लत से कोरोना मरीज़ों की मौत का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। बीते सोमवार को मुरैना के जिला असपताल में आॅक्सीजन सप्लाई बंद होने से 3 कोविड मरीज़ों की मौत हो गई। घटना सुबह 11 से 11.30 बजे बीच 13 बिस्तरों वाले आईसीयू वार्ड में हुई। परिजनों को जब अपनों की मौत का पता चला, तो हंगामे के डर से ड्यूटी डाॅक्टर, पैरामेडिकल स्टाॅफ आईसीयू छोड़कर भाग गये। करीब 4 घंटे मरीज़ों के शव आईसीयू में पड़े रहे। हालांकि, अस्पताल के सिविल सर्जन डाॅ. ए.के. गुप्ता का कहना है कि मरीज़ों का आॅक्सीजन लेवल बहुत कम था, किसी की भी आॅक्सीजन सप्लाई बंद होने से मौत नहीं हुई।
इसी प्रकार कटनी के जिला अस्पताल में भी बीते सोमवार की सुबह करीब 7 बजे आॅक्सीजन का स्टाॅक खत्म होने से हड़कम्प मच गया। इस दौरान कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती दो मरीज़ों की मौत हो गई। दरअसल, सप्लाई जब बंद हुई, तब तक फिलिंग प्लांट से सिलेंडर नहीं आ पाये थे। इस दौराना परिजनों की अस्पताल स्टाॅफ से नोकझोंक भी हुई। सुबह 8.44 बजे आॅक्सीजन सिलेंडर जब अस्पताल पहुंचे, तब जाकर मरीज़ों को आक्सीजन की सप्लाई शुरू हो सकी।
इस मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री नरेन्द्र कुमार जैन ने सचिव, मध्यप्रदेश शासन, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, मंत्रालय, कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, मुरैना से 3 मई 2021 तक प्रतिवेदन मांगा है।