- कमलनाथ ने इंदिरा भवन का किया उद्घाटन
सिवनी 15 दिसंबर 2021 (लोकवाणी)। जिला मुख्यालय सिवनी में बुधवार को पहुंचे मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जबलपुर रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय के नवनिर्मित इंदिरा भवन के प्रवेश द्वार का फीता काटकर भवन का लोकार्पण किया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया। भवन के प्रथम तल पर स्व. इंदिरा गांधी, स्व. विमला वर्मा, स्व. उर्मिला सिंह व द्वितीय तल पर स्व. ठाकुर हरवंश सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया।
इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजकुमार खुराना, विधायक योगेंद्र सिंह, अर्जुन सिंह काकोडिय़ा, पूर्व विधायक ठा.रजनीश हरवंश सिंह, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव राजा बघेल, नेहा सिंह, आशुतोष वर्मा, मोहन चंदेल, ठाकुर रामजियन सिंह, अवनीश सिंह सहित जिले के कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सिवनी प्रवास के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पत्रकारों को संबोधित करते हुये कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार अंधेरे की तरफ घसीट रही है, प्रदेश का नौजवान अंधेरे की ओर जा रही है, हमारा भटकता नौजवान, किसान व हर वर्ग भाजपा सरकार में परेशान है। कोरोना काल में कोविड से प्रदेश के 5500 लोगों की मौत हुई है, उसे भाजपा सरकार दबाने-छिपाने का प्रयास कर रही है।
कांगे्रस को 15 माह सरकार चलाने का हमें मौका मिला, कांगे्रस ने नीति व नियत से कार्य का परिचय दिया, जिसमें ढाई माह लगभग आचार संहिता में चले गये, 11 माह के कार्यकाल में कांग्रेस सरकार ने सिवनी जिले के 62 हजार किसानों का कर्जा माफ किया गया तथा इस दौरान मध्यप्रदेश के 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया है, इसमें डिफाल्टर व चालू खाता से जुड़े किसान शामिल रहे है। हमारी योजनाएं जनता के सामने है, जनता भविष्य को ध्यान देते हुये सच्चाई का साथ दें।
राहुल गांधी द्वारा हिंदू व हिंदूत्व अलग-अलग है, संबंधी एक प्रश्र के उत्तर में कमलनाथ ने कहा कि हिंदूत्व के बारे में रामदेव क्या कहते है, मैंने सुना नहीं और मैं सुनना भी नहीं चाहता। मैंने छिंदवाड़ा जिले में हनुमान जी का मंदिर बनाया है, उससे हिंदूत्व का कोई लेना-देना नहीं है, हिंदू होना भावना है और हिंदूत्व अलग चीज है।
कमलनाथ पत्रकारवार्ता के उपरांत सिवनी मुख्यालय में कांगे्रस कार्यालय के सामने आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होकर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर गंतव्य की ओर रवाना हो गये।