सिवनी 15 सितंबर (लोकवाणी)। जिला मुख्यालय सिवनी ने नागपुर की ओर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 44 पर कुरई घाटी में बनी सड़क का एक हिस्सा 15 सितंबर से लगातार हुई बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना मिलने के बाद सड़क से एक ओर का मार्ग बंद कर दिया गया तथा शुकवार की सुबह से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का अमला फोरलेन के क्षतिग्रस्त हिस्से के सुधार कार्य में लग गया है। उक्त फोरलेन मार्ग का निर्माण दिलीप बिल्डिकान एजेंसी के द्वारा कराया गया था।
ज्ञात हो कि पेंच नेशनल पार्क से बीच से गुजरने वाले देश के सबसे लंबे (वाराणसी से कन्याकुमारी) नेशनल हाईवे-7 (नया नेशनल हाईवे-44) पर मोहगांव से खवासा के बीच 29 किमी हिस्से में देश का पहला साउंड व लाइट प्रूफ फोरलेन का निर्माण एनएचएआई आधुनिक तकनीक से पिछले वर्ष ही बनकर पूर्ण हुआ था। जो कि एक वर्ष में ही कार्य की गुणवत्ता का बखान करने लगा है। कुरई घाटी पर आधुनिक तकनीक से लगभग 3.5 किमी लंबाई के 14 एनिमल अंडर पास पार्क क्षेत्र में बनाया गया था, ताकि वन्यप्राणी बगैर किसी बाधा के आसानी से नेशनल हाईवे को पार कर एक से दूसरे छोर तक पहुंच सकें।
कुरई घाटी पर आधुनिक तकनीक से बने इस मार्ग को लेकर ऐसी आपेक्षा कतई नहीं थी कि कम समय में ही कार्य की गुणवत्ता सामने आ जाएगी। हांलाकि क्षतिग्रस्त मार्ग को ठीक करने में एनएचएआई लगा हुआ है लेकिन अधिकारी यह नहीं बता पा रहे है कि किन कारणों से एक वर्ष पूर्व पूर्ण हुए फोरलेन मार्ग में गहरी दरारें कैसें आयी। जबकि निर्माण के समय कार्य की गुणवत्ता का एनएचएआई के तात्कालीन अधिकारियों ने जमकर बखान किया था।
ये क्या कहते है
कुरई घाटी पर फोरलेन मार्ग में एक पाइंट का पैनल में क्रेक आया है, जहां शुक्रवार की सुबह से सुधार कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। फिलहाल क्षतिग्रस्त हिस्से के दोनों ओर वेरीकेटिंग करा दी गई है तथा दूूसरे हिस्से की सड़क से वाहनों की आवाजाही यथावत जारी है।
संजीव शर्मा
प्रोजेक्ट डायेरक्टर एनएचएआई छिंदवाड़ा