सिवनी 29 जुलाई 2024 (लोकवाणी)। जिले के आदिवासी विकासखंड लखनादौन की ग्राम पंचायत मढी में पलारी चौराहे तक कच्चा मार्ग बारिश के दिनों में आमजनों के लिए बड़ी समस्या बन जाता है। ज्ञात हो कि पिछले 10 वर्षों से यह समस्या लगातार बनी हुई है लेकिन इस समस्या को ना ही अधिकारी सुधार पाए है और नाही इस ओर क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों ने ध्यान दिया हैं परिणाम स्वरूप जनता सफर कर रही हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मढ़ी-पलारी चौराहा मार्ग वर्तमान समय में बारिश के चलते राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है। ग्रामीणों के अनुसार इस मार्ग पर हर वर्ष सबसे ज्यादा परेशानी बारिश के दिनों में होती है। बताया गया कि उक्त क्षेत्र काली मिट्टी वाला है और थोडी ही बारिश में संपूर्ण मार्ग पर फिसलन होने लगती है। लोगों का कहना है कि मिट्टी की फिसलन की वजह से वाहन चलाना तो दूर, पैदल चलने वालों को भी यह रास्ता पार करने मे भारी मशक्कत करनी पड़ रहा है।
ग्राम मढी के हीरामन पटैैल, राजकुमार पटैल, महेश सोनी, सूरज पटैल सहित अन्य लोगों ने बताया कि आदेगांव से मढी व्हाया सागर-औझेरा मार्ग, लगभग दस वर्ष पूर्व प्रधान मंत्री ग्रामीण सडक योजना की मद से तैयार किया गया था, परंतु ठेकेदार ने यह मार्ग ग्राम मढी तक न बनाकर उसे मढी से डेढ किलोमीटर पहले ही पलारी चौराहे तक ही बनाकर छोड दिया। उसके बाद से यह मार्ग आज भी ज्यों का त्यों स्थिति में पड़ा हुआ है। हर साल वारिश आने के पूर्व इस मार्ग मे मुरम गिट्टे आदि डलवाकर इसे चलने लायक बनवाने की कोशिश तो की जाती है, लेकिन पानी के तेज बहाब की वजह से यह डाली गई मुरम या गिट्टे आदि ज्यादा दिनों तक नहीं ठहर पाती।
ग्राम खमरिया गूजर, महगांव गूजर, रामनगरी, करबडोल व अन्य ग्रामों के रहवासी बतलाते है कि उनके ग्राम से मढी ग्राम इस सीधे मार्ग से जाने आने की दूरी काफी कम पडती हैै। मिडिल या हायर सैकेंडरी शाला के छात्र छात्राऐं भी इसी मार्ग से आवागमन करते है। किराना, राशन या अन्य गृह उपयोगी छुटपुट सामान की खरीदी, बिक्री के लिए उक्त ग्राम वासियों के लिए मढी ग्राम एक मात्र विकल्प है। लेकिन इस डेढ किलोमीटर के मार्ग की स्थिति हल्की वारिश में आवागमन योग्य नहीं होती है। जहां मढी तक पहुंचने में पलारी, मचवाडा, कल्याणपुर होते हुए लगभग 08 से 10 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पडता है। मढी ग्राम सहित आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों ने प्रशासन से डेढ किलोमीटर के इस मार्ग को बनवाने की बात कही है ताकि भविष्य में असुविधा का सामना ना करना पड़े।