मध्य प्रदेश सिवनी

मोगली ट्रेल में शामिल हुए देश भर के 22 प्रतिभागी

मोगली ट्रेल में शामिल हुए देश भर के 22 प्रतिभागी
सिवनी। पेंच टाइगर रिजर्व, सिवनी और डब्लू डब्लू एफ इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से पेंच -कान्हा कॉरिडोर अंतर्गत वन्यप्राणी संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से दिनंक 15 मार्च से 17 मार्च के मध्य मोगली ट्रेल का आयोजन किया गया। इस ट्रेल मे भाग लेने के लिए पूरे भारत से ऑनलाईन आवेदन प्राप्त कर 22 प्रतिभागियों को ट्रेल मे सम्मलित होने हेतु आमन्त्रित किया गया। इस ट्रेल मे मध्यप्रदेश के अतिरिक्त महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।


बताया गया कि सभी प्रतिभागी 15 मार्च को कर्माझिरी में एकत्रित हुए, यहाँ सभी प्रतिभागियों को पेंच प्रबंधन और डब्लू डब्लू एफ इंडिया द्वारा स्वागत कर पेंच टाइगर रिज़र्व के प्रबंधन गतिविधियों के विषय मे जानकारी दी गई और मोगली ट्रेल आयोजन के उद्देश्य और अन्य महत्वपूर्ण विषयों के बारे मे अवगत कराया गया। वही अगले दिवस 16 मार्च को सभी प्रतिभागी कर्माझिरी से वाहन सफारी करते हुए रुखड पहुँचे। रुखड गेट पर क्षेत्र संचालक व उप संचालक द्वारा हरी झंडी दिखा कर इस पैदल ट्रेल को प्रारंभ किया गया।
सभी प्रतिभागियों को वन एवं वन्यजीव के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से विषय विशेषज्ञ भी आमंत्रित किये गए थे। उपस्थित प्रतिभागी लगभग 12 किमी पैदल बफर क्षेत्र मंे ट्रेल करते हुए नलयेर पहुँचे, जहाँ शाम को वन्यप्राणी पहचान व उनके संरक्षण पर चर्चा कर संवाद किया गया। इसके उपरांत 17 मार्च को सुबह पुनः ट्रेल प्रारंभ हुई जो अपरांह में अरी बफर परिक्षेत्र के सकाटा मे समाप्त हुई। सकाटा मे उप संचालक श्री रजनीश कुमार सिंह एवं सभी अधिकारियों की उपस्थिति मे सभी प्रतिभागियों से उनके अनुभव जानकर सहभागिता हेतु प्रमाण पत्र वितरण कर ट्रेल समाप्त की गई।
डब्लू डब्लू एफ इंडिया से श्री सोमिन डे और उनकी टीम ने इस कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन सम्पन्न करने मे विशेष योगदान दिया। मोगली ट्रेल आयोजन का मुख्य उद्देश्य वन एवं वन्य प्राणी संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और यह प्रचार प्रसार करना है कि वास्तविक पर्यटन का एक मात्र साधन वाहन से वन्यप्राणी अवलोकन न होकर वनक्षेत्र मंे पैदल भ्रमण करके वन एवं वन्यिप्रणियों के जीवन को अधिक नजदीक से अनुभव करना है, इससे न केवल हम वन एवं वन्यप्राणियों को अधिक करीब से अनुभव कर पाएंगे अपितु इससे बफर क्षेत्र मे स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार के नये अवसर भी सृजित होंगे।

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