सिवनी 9 जून 2022 (लोकवाणी)।बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान सभी बच्चों के सीखने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत म.प्र. शिक्षा विभाग द्वारा एम.एल.बी. विद्यालय सिवनी में आयोजित इस प्रशिक्षण में शिक्षक लगन एवं रूचि के साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। उक्ताशय के उदगार डॉ. राहुल हरिदास फटिंग कलेक्टर सिवनी द्वारा वि.ख. सिवनी में आयोजित FLN अंतर्गत कक्षा 1 व 2 पढ़ाने वाले शिक्षकों के प्रशिक्षण स्थल में दिये गये। बैच एक में शिक्षकों द्वारा “बैठी थी डाल पर एक चिड़िया” कविता पर गतिविधि के माध्यम से गिनती अंकों की अवधारणा स्पष्ट की जा रही थी इसी क्रम में बैच दो में मास्टर्स ट्रेनर्स एवं शिक्षको द्वारा अ की आकृति में रंग भरकर अ वर्ण की समझ विकसित करायी गई, जिसे देखकर कलेक्टर द्वारा प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत आये बदलाव अनुसार ही शिक्षको को बेहतर ढंग से प्रशिक्षण दिया जा रहा है अतः शिक्षक अपने कर्तव्यों का पालन करें एवं बच्चों के गुणवत्ता बढ़ाने में कोई कसर न छोडे। साथ में उपस्थित जी. एस. बघेल प्रभारी डीईओ द्वारा FLN की अवधारणा पर बात करते हुए कहा कि अंकुर अभ्यास पुस्तिका एवं साप्ताहिक पाठ्योजना अनुसार अपनी शालाओ में शिक्षण कार्य करावें एवं प्रत्येक बच्चे का आवधिक एवं सर्वधन आंकलन करते हुए आगे बढ़ावे ।
ज्ञात होवे कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सर्वोच्च प्राथमिकता अनुसार कक्षा 3 के अंत तक आगामी 5 वर्षो में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के स्तर को प्राप्त करने के लिए निपुण भारत मिशन द्वारा सर्वोच्च प्राथमिकता से बच्चों के विकास के लिए प्रभारी पहल की जा रही है। बच्चें प्रभावी संवाद स्थापित करने में निपुण बने और अपने वातावरण से जोडते हुए सीखने की प्रक्रिया में शामिल हो सके इसके साथ ही कक्षा 1 व 2 के बच्चों के लिए साक्षरता के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा पाठ्यपुस्तक, अभ्यास पुस्तिका, अंकुर जैसी सामग्री तैयार की गई है।
प्रशिक्षण के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र से प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर्स संतोष सुर्यवंशी, ब्रजकिशोर शर्मा, गुमान सिंह बघेल, श्री मनीष तिवारी प्रातः 10:00 बजे से 5:30 बजे तक मिशन अंकुर के तहत शिक्षक मार्गदर्शिका के माध्यम से प्रत्येक शिक्षक को पांच दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है। जिसमें बच्चों को भाषा तथा साक्षरता के घटको की समझ पढ़ना लिखना, अंक गणित संख्या ज्ञान के लिए सी. सी.पी.ए., साप्ताहिक पाठय योजना आवधिक एवं संर्वधन आंकलन, पुर्नावृत्ति आदि शिक्षा शास्त्र के माध्यम से शिक्षको को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी के भ्रमण के दौरान एस. एस. कुमरे सहायक संचालक, महेश बघेल ए.पी.सी., सुनील राय बीआरसी, अरूण राय, कपिल बघेल, गोपाल गहलोद एवं जनशिक्षक उपस्थित रहें।