सिवनी

वादे से मुकरा एनएचएआई : 1 जनवरी से प्रारंभ नहीं हुआ नागपुर मार्ग

  • कटंगी व छिंदवाड़ा होकर जा रहे वाहन
    सिवनी 5 जनवरी 2021 (लोकवाणी)। बीते 1 जनवरी को नये वर्ष के आगाज के साथ ही सिवनी जिलेवासियों को नागपुर महाराष्ट्र की ओर जाने के लिये कुरई होकर फोरलेन मार्ग की सौगात मिलना था। फोरलेन मार्ग के एक तरफ टू-लेन को कुरई घाटी से होकर नागपुर की ओर वाहनों का आवागमन भी प्रारंभ करना था, लेकिन टू-लेन मार्ग के पूर्ण ना होने के कारण आज भी नागपुर जाने के लिये यात्री बसों के अलावा अन्य वाहन कटंगी व छिंदवाड़ा होकर आना-जाना कर रहे है। एनएचएआई के अधिकारियों द्वारा 1 जनवरी से सिवनी-नागपुर जाने के लिये कुरई होकर खवासा नागपुर की ओर सड़क मार्ग प्रारंभ करने की बात कह रहे थे, लेकिन अब एनएचएआई के अधिकारी अपने वादे से मुकर गये और सिवनी जिलेवासियों के लिये नापगुर मार्ग 1 जनवरी 2021 से प्रारंभ नहीं हो पाया।
    ज्ञात हो कि केंद्र में एनडीए सरकार के कार्यकाल के दौरान स्व. प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा देश के सभी प्रमुख मार्गों को फोरलेन में तब्दील करने के लिये स्वर्णीम चतुर्भुज योजना बनायी गई थी। इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत एनएच-7 के नाम से प्रचलित सड़क को भी फोरलेन में तब्दील करने का कार्य आरंभ हुआ था। उक्त मार्ग के निर्माण के लिये विभिन्न निर्माण एजेंसियों को अधिकृत किया गया। फोरलेन सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ तो हुआ, लेकिन जिले की सीमा से होकर गुजरने वाले नागपुर-जबलपुर मार्ग पर दो स्थानों पर पर्यावरणीय आपत्तियों के कारण वर्षों तक सड़क निर्माण कार्य बंद रहा।
    जबलपुर की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित बंजारी घाटी एवं नागपुर की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित कुरई घाटी में वन्य प्राणियों की सुरक्षा एवं जंगल के कटाव को लेकर आपत्तियां लगायी गई थी। वर्ष 2018 में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा आपत्तियों का निराकरण करते हुये इन स्थानों पर भी फोरलेन निर्माण को मंजूरी दी गई, जिसके पश्चात जबलपुर की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित बंजारी घाटी में बीते दो वर्ष पूर्व सड़क बनकर तैयार हो गई, जहां से आवागमन भी प्रारंभ हो गया, लेकिन नागपुर की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित कुरई घाटी में कार्य आज भी अधूरा होने के कारण वाहनों का आवागमन कटंगी व छिंदवाड़ा मार्ग से नागपुर की ओर हो रहा है।
    गौरतलब हो कि बीते 1 जनवरी 2021 को केंद्रीय एवं सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा कुरई घाटी में चल रहे सड़क निर्माण का निरीक्षण किया गया, अवलोकन के दौरान एनएचएआई के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये गये। उक्त मार्ग के निर्माण के लिये बीते 7 माह से सड़क में वाहनों का आवागमन बंद है। नवंबर माह से छोटे चौपहिया वाहनों को आवागमन हेतु दिन के समय अनुमति दी गई। निर्माण कार्य में जुटी दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के द्वारा चल रहे धीमी गति से निर्माण कार्य के कारण कार्य पूर्ण होने में देरी हो रही है। बीते दिनों एनएचएआई छिंदवाड़ा के पीआईयू डी.पी. गुप्ता द्वारा कहा गया था कि 1 जनवरी 2021 से कुरई घाटी में निर्माणाधीन फोरलेन सड़क पर टू-लेन मार्ग आवागमन के लिये प्रारंभ कर दिया जायेगा, लेकिन 1 जनवरी को गुजरे हुये 4 दिन हो गये और आज भी यह मार्ग यात्री बसों व अन्य वाहनों के लिये प्रारंभ नहीं हो पाया।
    जिला मुख्यालय सिवनी से जबलपुर व नागपुर के साथ ही यह फोरलेन मार्ग दक्षिण व उत्तर भारत को आपस में जोड़ता है, कुरई घाटी का कार्य पूर्ण ना होने और वाहनों का आवागमन प्रारंभ ना होने के कारण निर्माण एजेंसी दिलीप बिल्डकॉन के द्वारा किये जा रहे कार्यों का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। उक्त कार्य को एनएचएआई के संबंधित अधिकारी अपनी निगरानी में करा रहे है, लेकिन समय पर कार्य पूर्ण ना होने से निर्माण एजेंसी के कार्यों एवं अधिकारियों की मिलीभगत का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
    यात्रियों को उठाना पड़ रहा आर्थिक बोझ
    जिला मुख्यालय से नागपुर की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित कुरई घाटी से बीते 7 माह से यात्री बसों एवं अन्य वाहनों का आवागमन बंद है, जिसके चलते यात्री बसों व अन्य वाहनों को नागपुर की ओर जाने के लिये छिंदवाड़ा व कटंगी मार्ग को वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग करना पड़ रहा है। दूरी अधिक होने के साथ यात्रियों पर आर्थिक बोझ भी बढ़ गया, क्योंकि यात्री बसों में यात्रियों से दूरी के हिसाब से किराया वसूल किया जाता है। एनएचएआई के अधिकारियों द्वारा उक्त फोरलेन मार्ग के टू-लेन मार्ग को 1 जनवरी 2021 से प्रारंभ करने की बात कही गई थी, लेकिन समय पर उक्त मार्ग में आवागमन ना हो पाने के कारण विभागीय कार्यप्रणाली पर अनेक सवाल खड़े होते है।

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