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अधिक शुल्क वसूलने वाले 23 अशासकीय स्कूलों की सूची सार्वजनिक करने से कतरा रहे डीईओ

  • नाम छिपाने से शिक्षा विभाग की कार्यवाही पर उठे सवाल
    सिवनी। जिले में संचालित अशासकीय स्कूलों में ली जा रही शुल्क के संबंध में 23 स्कूलों को नोटिस जारी करने के मामले में विभाग प्रमुख आरोप-प्रत्यारोप में घिरते नजर आ रहे है। नोटिस जारी करने के बाद स्कूलों की सूची सार्वजनिक करने में विभाग कतरा रहा है इसके क्या कारण है इस बात पर कलेक्टर सिवनी को संज्ञान लेना चाहिए।

  • जिला शिक्षा अधिकारी एस. एस कुमरे ने जारी प्रेस नोट में इस बात का उल्लेख किया है कि कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन के निर्देशों के परिपालन में जानकारी प्राप्त की गई है, जिसमें 25 अशासकीय विद्यालयों के द्वारा शुल्क की जानकारी नहीं देने के कारण मध्यप्रदेश निजी विद्यालय (फीस तथा संबंधित विषयों का विनियमन) विधेयक 2020 के नियम के तहत कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये गये हैं। जहां 23 विद्यालय ऐसे हैं, जिनके द्वारा सत्र 2022-23 की तुलना में सत्र 2023-24 में 10 प्रतिशत से अधिक शुल्क वृध्दि किया जाना पाया गया हैं। इन विद्यालयों को भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया। इसमें ऐसी कोई गोपनीय बात नहीं कि फीस वृद्धि करने वाले स्कूलों के नाम सार्वजनिक नहीं किए जा सकते है।
    जानकारी के अनुसार जिले में 14 ऐसे विद्यालय जिनके द्वारा सत्र 2023-24 की तुलना में सत्र 2024-25 में 10 प्रतिशत से अधिक शुल्क वृद्धि की गई, इन विद्यालयों को भी कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया। साथ ही 10 विद्यालय जिनके द्वारा ली जा रही शुल्क अधिक हैं, उन विद्यालयों भी अधिनियम के तहत नोटिस जारी किया गया है लेकिन ये स्कूल कौन-कौन से है, यह बात विभाग के अधिकारी नहीं बता पा रहे है। इस मामले में डीईओ की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए है।
    वाक्स………
    13 अगस्त तक मांगे गए है जबाव
    फीस वृद्धि के मामले में जिले के जिन स्कूलों को नोटिस जारी किए गए है उन सभी नोटिसों के जवाब दिनांक 13 अगस्त 2024 तक विद्यालयों से जबाब चाहा गया है, तदुपरांत प्राप्त जबाब के आधार पर मध्यप्रदेश निजी विद्यालय (फीस तथा संबंधित विषयों का विनियमन) विधेयक 2020 के नियम के आधार पर जिला प्रशासन की ओर से कार्यवाही की जावेगी। फीस वृद्धि करने वाले स्कूलों के नाम सार्वजनिक ना होने से पाठकों ने सवाल किए है कि आखिर इस बात को शिक्षा बात सबके सामने क्यों नहीं लाना चाहता है।
    ये क्या कहते है
    जिन स्कूलों को नोटिस जारी किए है उनके नाम जारी नहीं करेंगे। इनके जबाव आयेंगे इसके बाद जो कार्यवाही होगी उसके बाद जारी करेंगे। जो खबर जारी की गई वह अधूरी नहीं है।
    एस. एस. कुमरे
    जिला शिक्षा अधिकारी सिवनी

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