सिवनी। जिले के घंसौर विकासखंड के अंतर्गत ग्राम बरेला में संचालित पावर प्लांट प्रबंधन निकलने वाली राख (फ्लाई एस) का सड़क मार्ग से असुरक्षित परिवहन किए जाने के मामले में पुलिस व राजस्व विभाग कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है वही सड़क मार्ग से राख के परिवहन के दौरान राख का गिरना तथा उड़ना आमजनों के लिए समस्या बन चुका है। राख परिवहन करने वाली एजेंसी के विरूद्ध प्लांट प्रबंधन भी कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है जबकि बरेला पावर प्लांट के प्रबंधक तक शिकायतें लगातार पहुंच रही है, इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन को भी लगातार फोन पर राख से हो रही परेशानी की शिकायत दर्ज करायी जा रही है।
ज्ञात हो कि बरेला पावर प्लांट से निकलने वाला सफेद जहर (फ्लाई एस) ने पूर्व से ही ग्राम विनेकी. बरेला. रजगड़ी सहित आस पास के किसानों की फसलों को चौपट होने के समाचार लगातार मिल रहे है वही इन ग्रामों के रहवासियों का जनजीवन उड़ने वाली राख के कारण प्रभावित है। यहां पर रेत परिवहन करने वाली एजेंसी के द्वारा आमजनों के जीवन के साथ खिलवाड़ किये जाने का सिलसिला लगातार जारी है। जानकारी के अनुसार बरेला प्लांट से राख जबलपुर भिजवायी जा रही है तथा इस परिवहन के दौरान ओवरलोड डंपर घंसौर-लखनादौन-धूमा होते हुए जा रहे है। जब फ्लाई एस से भरे डंपर सड़क मार्ग से गुजरते है तो राख जमकर उड़ती है।
अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी देवेश बाथम ने बताया कि घंसौर क्षेत्र में विभाग द्वारा वाहन चैकिंग की जा रही थी इस दौरान बरेला प्लांट से निकलने वाली राख का परिवहन कर रहे डंपर ओवरलोड पाये गए, जहां ओवरलोड 04 डंपरों को रोका जाकर जांच की गई तथा ओवरलोड राख का परिवहन करते पाये जाने पर चारों वाहनों से 20 हजार रूपये शुल्क वसूल किया गया।