सिवनी

प्रस्तावित योजना में व्यापक फेर-बदल की है आवश्यकता

  • सिवनी विकास योजना 2035
    सिवनी 10 मार्च 2021 (लोकवाणी)। नगर एवं ग्राम निवेश कार्यालय छिंदवाड़ा द्वारा सिवनी विकास योजना 2035 के प्रारूप का आरंभिक रूप से प्रकाशन कर दिया गया है, जहां 12 मार्च तक आम नागरिकों से योजना के संबंध में सुझावों के साथ दावे आपत्तियां भी आमंत्रित की गई, हालांकि पिछले वर्षों में योजना में शामिल अधिकांश कार्य पूर्ण नहीं हो पाये है, ऐसे में सवाल यह है कि आखिर कागजों में बनने वाली इन योजनाओं का क्रियान्वयन क्यों नहीं होता?
    ् वर्तमान में जारी योजना में एमआर-2 रोड को ग्राम बोरदई के निजी स्वामित्व वाले खसरा नंबर से होते हुये हिंदू एवं मुस्लिम समुदाय के शमशान घाट से होते हुये डूंडासिवनी बरघाट रोड तक ले जाया गया है जो पूर्णत: अनुचित है, क्योंकि निजी भूमि का अधिग्रहण करने के लिये अनावश्यक खर्च व बजट में बढ़ोत्तरी होगी। अत: इसे शासकीय भूमि खसरा नंबर 62 में परिवर्तित कर प्रस्तावित किया जाना चाहिये।
    वहीं बड़ी रेल लाईन का स्टेशन नागपुर कटंगी रोड एवं बरघाट रोड के मध्य हो रहा है, जहां भविष्य में बड़ी संख्या में वाहनों एवं आम नागरिकों का आवागमन होगा, ऐसे में गंज वार्ड से रेल्वे स्टेशन होते हुये बरघाट रोड तक 50 मीटर का मार्ग प्रस्तावित होना चाहिये, जिससे आवागमन की व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो सके।
    इसके अलावा कटंगी रोड स्थित दोनों ही धर्मों के मोक्षधाम में पॉर्किंग स्थल नहीं है, जिसे शासकीय भूमि पर प्रस्तावित होना चाहिये, ताकि सड़क पर ट्रेफिक जाम की स्थितियां निर्मित है, वहीं कटंगी रोड मोक्षधाम के ऊपर से एमआर-2 का प्रस्ताव रखा गया है जो पूर्णत: औचित्यहीन है।
    नगर के मध्य स्थित नागपुर, जबलपुर रोड (जीएन मार्ग) होकर गुजरता है, जहां सबसे अधिक आवागमन होने के साथ-साथ व्यवसायिक क्षेत्र भी मौजूद है, चूंकि मार्ग के दोनों और शासकीय भूमि उपलब्ध नहीं है, ऐसे में इस मार्ग का दबाव कम करने के लिये जीएन रोड को एमआर-1 मार्ग से जोडऩे हेतु 4-5 स्थानों पर मौजूद शासकीय भूमि के माध्यम से किया जा सकता है।
    विकास योजना बनाने के दौरान संबंधित अधिकारियों ने जिन ग्राम पंचायतों को नगर पालिका क्षेत्र सिवनी में शामिल करने का प्रस्ताव रखा है, वहां भविष्य में होने वाले विकास के लिये मार्गों के चौड़ीकरण व नवीन रास्तों के निर्माण के लिये कोई प्रस्ताव नहीं रखे गये है, यहां तक की ग्रामों में आवासीय क्षेत्रों को भी प्रदर्शित नहीं किया गया है।
    नगर में बहुमंजिला इमारत बनाने हेतु 1000 वर्ग मीटर की बाध्यता रखी गई है, जबकि सिवनी छोटा शहर में क्षेत्रफल कम कर अनुमति देनी चाहिये, जिससे आम नागरिकों को आसानी से आवास प्राप्त हो सके।
    विकास योजना प्रारूप में आवासीय प्रयोजन हेतु नागपुर व जबलपुर रोड एवं एमआर-1, 2, 3, 4 तथा बायपास रोड के एक ही ओर विकास की संभावना मानते हुये आवासीय विकास उपयोग योजना में प्रस्तावित किया गया है, ऐसे में मार्ग दोनों ओर आवास एवं व्यवसायिक उपयोग के लिये प्रस्ताव शामिल किया जाना चाहिये। सबसे बड़ी खामी पॉर्किंग स्थलों को प्रस्तावित नहीं करने की है, जहां बुधवारी बाजार, सब्जी मंडी, शमशान घाट, भैरोगंज बाजार रोड, बारापत्थर व्यापारिक क्षेत्र में पॉर्किंग स्थल प्रस्तावित नहीं किये है, जो स्पष्ट करता है कि योजना बनाते समय अधिकारियों ने इस महत्वपूर्ण कार्य के लिये प्रयास ही नहीं किया है।

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