सिवनी

आर्थिक संकट में नवीन जलावर्धन योजना

  • 1 करोड़ 60 लाख का भुगतान नहीं कर रही नगर पालिका
    लक्ष्मी सिविल सर्विसेस कंपनी के कर्मचारी वेतन के लिये परेशान
    सिवनी 11 दिसंबर 2020 (लोकवाणी)।
    नगर के 24 वार्डों में पेयजल सप्लायी के लिये क्रियान्वित नवीन जलावर्धन योजना की एजेंसी सिविल सर्विसेस आर्थिक संकट से जूझ रही है, जहां एजेंसी लक्ष्मी सिविल सर्विसेस प्रायवेट लिमिटेड के कर्मचारियों को पिछले 3-4 माह से वेतन अप्राप्त है। दूसरी ओर इस कंपनी की बाजार में उधारी लगभग 55 लाख बतायी जा रही है। सूत्रों की माने तो आर्थिक संकट से जूझ रही नवीन जलावर्धन योजना की एजेंसी का कार्य वर्तमान समय में धीमा हो गया है। उक्त एजेंसी ने पिछले 7 माहों से नवीन जलावर्धन योजना के क्रियान्वयन के लिये लगभग 1 करोड़ 60 लाख के बिल प्रस्तुत किये है, लेकिन नगर पालिका प्रशासन ने उक्त एजेंसी को कोई भुगतान नहीं किये है, यह बात भी सार्वजनिक नहीं हुई है किन कारणों से लक्ष्मी सिविल सर्विसेस के बिलों के भुगतान रोके गये है।
    शुरूआती दौर से ही नवीन जलावर्धन योजना के गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य को लेकर एजेंसी लक्ष्मी सिविल सर्विसेस विवादों में घिरी रही है, इसके पीछे यह भी तथ्य भी सामने आये है कि नगर पालिका प्रशासन के तकनीकी अमले की अनुपस्थिति में उक्त एजेंसी ने शहर के 24 वार्डों में पाईपालाईन विस्तार कार्य किया है, इतना ही नहीं घरों-घर दिये जाने वाले नल कनेक्शन को लेकर भी घटिया कार्य किये जाने की शिकायतें सामने आई है। नल कनेक्शन के दौरान पूरे शहर की सड़कें निर्माण एजेंसी द्वारा खोद दी गई, लेकिन उनकी मरम्मत इतनी घटिया स्तर की है कि चंद दिनों में ही यथास्थिति निर्मित हो गई। देखा जाये तो मरम्मत के बाद भी पूरे शहर की सड़कें निर्माण एजेंसी की घटिया कार्यों के कारण क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है।
    नगर पालिका प्रशासन सिवनी द्वारा 1 करोड़ 60 लाख रूपये के बिल भुगतान रोके जाने के मामले में तकनीकी अधिकारी तथा सक्षम अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन यह बात कोई भी स्पष्ट नहीं कर पाया कि किन कारणों से भुगतान रोके गये है। यहां पर विभागीय पारदर्शिता सार्वजनिक नहीं हुई है, वहीं चर्चाएं यह है कि निर्माण एजेंसी द्वारा ठीक तरह से कार्य ना करने के कारण नगर पालिका प्रशासन ने भुगतान रोक रखा है। एजेंसी के अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार लगभग दो माह पूर्व 30 लाख का भुगतान प्राप्त हुये थे, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है, इसके अलावा मेजर पेमेंट, ऑपरेशन पेमेंट, ऐलम व मेंटेनेंस के भुगतान बाकी है, जिसके 1 करोड़ 60 लाख के बिल नगर पालिका सिवनी में लंबित पड़े है।
    ज्ञात हो कि लक्ष्मी सिविल सर्विसेस एजेंसी के भुगतान नगर पालिका के तात्कालीन सीएमओ मनोज श्रीवास्तव के कार्यकाल से लंबित है, उनका स्थानांतरण सिवनी जिले से हो चुका है तथा पुन: नवनीत पांडेय स्थानांतरित होकर सिवनी में नगर पालिका सीएमओ का प्रभार ग्रहण कर चुके है। देखा जाये तो नगर पालिका प्रशासन की आंतरिक व्यवस्थाओं के चलते नवीन जलावर्धन योजना के कार्य प्रभावित हो रहे है।
    निर्माण एजेंसी की स्थिति ऐसी है कि नगर पालिका द्वारा भुगतान ना किये जाने का असर उनके कर्मचारियों पर पड़ रहा है, जहां पिछले 3-4 माह से भुगतान ना होने के कारण कर्मचारी परेशान है, जिससे स्पष्ट है कि निर्माण एजेंसी लक्ष्मी सिविल सर्विसेस आर्थिक संकट से जूझ रही है और इन परिस्थितियों में योजना के क्रियान्वयन का कार्य बहुत धीमा हो गया है। ऐसा माना जा रहा है कि उक्त योजना वर्ष 2021 में भी अंतिम रूप प्राप्त नहीं कर पायेगी।
    ये क्या कहते है
    बीते दिनों नवीन जलावर्धन योजना में कार्य कर रही निर्माण एजेंसी लक्ष्मी सिविल सर्विसेस को कुछ भुगतान कर दिया गया था और कौन सा भुगतान रूका है दिखवाते है।
    डॉ. राहुल हरिदास फटिंग
    कलेक्टर, सिवनी

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