मध्य प्रदेश सिवनी

केवलारी घोटाले की होगी न्यायिक जांच, विशेष जांच दल गठित

सिवनी 23 नवंबर 2022 (लोकवाणी) जिले के केवलारी तहसील कार्यालय में वर्ष 2019 से 2022 तक आपदा राहत राशि में किये गये आर्थिक घोटाले की जांच करने के लिए जिला कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग द्वारा विशेष जांच दल गठित किया गया है।
मिली जानकारी अनुसार इस दल के प्रमुख अतिरिक्त कलेक्टर सुनीता खडाइत होगी जबकि सयुक्त कलेक्टर अंकुर मेश्राम एवं जिला पंचायत के लेखाधिकारी हर्षित उईके (मध्यप्रदेश वित्त सेवा) को भी शामिल किया गया है। चर्चा के दौरान कलेक्टर ने बताया कि दल को न्यायिक जांच करने के संपूर्ण अधिकार सौंप दिये गये है जहां 21 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है।
ज्ञात रहे कि न्यायिक जांच का आदेश होने के बाद अब दल को पूरे अधिकार प्राप्त हो गये है जहां वे घोटाले के दौरान जिन शासकीय कार्यालयों के माध्यम से आर्थिक अनियमितता की गई थी उनसे आवश्यक दस्तावेज प्राप्त कर सकेंगे, इसके अलावा अधिकारियों को संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ के भी अधिकार प्राप्त होंगे।
विदित हो कि 11 करोड़ 16 लाख के इस बहुचर्चित मामले में मुख्य आरोपी सचिन दहायत अभी भी फरार है वहीं एचडीएफसी बैंक में कार्यरत श्रेष्ठ एवं विशेष अवधिया को केवलारी पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। इन दोनों ही आरोपियों के खाते में नियम विरूद्ध तरीके से डेढ़-डेढ़ करोड़ रूपये का ट्राजेक्शन किये जाने की पुष्टि हो चुकी है। इनके अलावा अन्य तीन आरोपियों की भी पुलिस टीम बनाकर तलाश कर रही है जिनके खातों में 70 लाख रूपये से 40 लाख रूपये तक कूट रचित दस्तावेज बनाकर डाले गये थे।
पहले ही नायब नाजिर सचिन दहायत को निलंबित किया जा चुका है वहीं विभागीय तौर पर बनाये गये जांच दल नायब तहसीलदार ईमरान मंसूरी के नेतृत्व में मामले की तहकीकात में लगा हुआ है। हालांकि अभी तक उपकोषालय सिवनी में पदस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों से किसी भी तरह की पूछताछ नहीं हुई है जिसे लेकर अनेक तरह की चर्चा जिले में व्याप्त है।
कलेक्टर डॉ. फटिंग ने बताया कि आंतरिक तौर पर घोटाले से जुड़े सभी विभागों के दस्तावेज खंगाले जा रहे है।

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